महाराष्ट्राच्या सर्व लोककला टिकून राहाव्यात, या लोककलेचा वारसा जतन व संवर्धन करण्यासाठी या लोककलांना उत्तेजन देण्याच्या हेतूने राज्याच्या कानाकोप-यात विशेषत: ग्रामीण भागात तमाशा, लावणी, दशावतार, खडीगंमत, शाहिरी इत्यादीसारख्या कला सादर करणा-या लोककलांच्या कलापथकांना महाराष्ट्र शासनाने भांडवली अनुदान व प्रयोग अनुदान पॅकेज योजना सन 2008-09 मध्ये सुरु केली आहे. प्रतिवर्षी प्राप्त होणाऱ्या अर्जांच्या संख्येनुसार खालील मर्यादेत कलापथकांना भांडवली व प्रयोग अनुदान मंजूर करण्यात येते.
भांडवली अनुदान:-
अ.क्र. | कलापथक | अनुदानाची रक्कम |
कलापथकांची कमाल संख्या | एकूण अनुदान |
1. | पूर्णवेळ तमाशा | 2,00,000/- | 10 | 20,00,000/- |
2. | हंगामी तमाशा/दशावतार | 1,00,000/- | 10 | 10,00,000/- |
3. | खडीगंमत/शाहिरी | 50,000/- | 20 | 10,00,000/- |
4. | संगीतबारी | 25,000/- | 40 | 10,00,000/- |
एकूण | | 80 | 50,00,000/- |
प्रयोग अनुदान:-
अ.क्र. | कलापथक/ कला प्रकार | प्रत्येक प्रयोगासाठी अनुदान | जास्तीत जास्त प्रयोग संख्या | प्रत्येक कलापथकास मिळणारी रक्कम | कलापथकांची कमाल संख्या | कला प्रकारवार एकूण खर्च |
1. | पूर्णवेळ ढोलकी फड/तमाशा फड | 30,000/- | 20 | 6,00,000/- | 10 | 60,00,000/- |
2. | हंगामी तमाशा फड आणि दशावतार मंडळे | 15,000/- | 20 | 3,00,000/- | 10 | 1,20,000/- |
3. | खडी गंमत कला पथके आणि शाहिरी पथके/ लावणी कला पथके (संगीत बारी) | 7,000/- | 20 | 1,40,000/- | 30 | 42,00,000/- |
एकूण | 80 | 2,22,00,000/- |